पुदीना
पुदीना पुदीना एक सदाबहार पौधा है। जिसने अपने लाजवाब स्वाद और खुशबू के चलते हर घर में अपनी पहचान बनाई हुई है। एक तरफ पुदीने का अर्क (रस) पेट के लिए अच्छा होता है तो दूसरी ओर पुदीने की चटनी शरीर को स्वास्थ्यवर्धक बनाती है। पुदीना वो मौसमी ऑलराउंडर है, जो सर्दियों में सर्दी, जुकाम, खांसी में आराम देता है और गर्मियों में लगने वाली लू और धूप से बचाने का काम करता है। वर्तमान समय में पुदीने का इस्तेमाल टूथपेस्ट, माउथ फ्रेशनर, दंत-मंजन, कैंडी, इन्हेलर जैसे उत्पाद बनाने में किया जाता है। आयुर्वेद में पुदीने का महत्व सदियों से पुदीने को आयुर्वेदिक औषधि के रूप में देखा जाता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ( इम्यूनिटी ) बढ़ाने और घाव को जल्दी ठीक करने के साथ अन्य रोगों से लड़ने का भी काम करता है। आयुर्वेद के अनुसार पुदीना कफ और वात रोग को कम करके भूख बढ़ाने का काम करता है। पुदीने को विटामिन-सी, तांबा, मैंगनीज जैसे मिनरल्स का बड़ा स्त्रोत माना जाता है। साथ ही इसमें जीवाणु एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण भी होते हैं, जो दस्त, अपच, बुखार, लीवर, पेट संबंधी बीमारियों को ठीक करने का काम करते ह